What is Computer?, Aim(लक्ष्य),Purpose(ऊदेश्य) in Hindi |Computer Notes in Hindi-hinditech444.blogspot.com {Generations And Development of Computer(कंप्युटर की पीढ़िया तथा विकाश),IT Gadgets and Their Applications (आईटी गैजेट और उनके अनुप्रयोग)})

 हैलो दोस्तों, आज कि हम इस आर्टिकल मे हम कंप्युटर क्या है ?,कंप्युटर के लक्ष्य,उदेश्य,कंप्युटर की विकाश एवं पीढ़िया, आईटी गैजेट्स आदि  के विषय मे जानेंगे। यदि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ,सोशल मीडिया आदि पर जरूर शेयर करें। हमारे नई पोस्ट कि अपडेट के लिए हमारी वेबसाईट-hinditech444.blogspot.com से जूड़े रहें। तो चलिए शुरू करते हैं-


Introduction of Computer In Hindi (कंप्यूटर का परिचय)

Introduction:- कम्प्यूटर एक स्वचालित तथा निर्देशों के अनुसार कार्य करने वाला इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो डेटा ग्रहण करता है, तथा सॉफ्टवेयर(Software) या प्रोग्राम(Program) के अनुसार, किसी परिणाम(Result) के लिए डेटा(Data) को प्रोसेस, संग्रहीत अथवा प्रदर्शित करता है।

‘कम्प्यूटर’ शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के ‘COMPUTER’ शब्द से हुई है।सामान्यतः इसका अर्थ ‘गणना’ (Calculation) करना है।

कंप्यूटर शब्द का प्रथम प्रयोग वर्ष 1613 में अंग्रेज लेखक रिचर्ड ब्रेथवेट की पुस्तक ‘”द यंग मैन ग्लीनिंग्स”‘ में पाया गया।


कम्प्यूटर शब्द अंग्रेजी के 8 अक्षरों(Letters) से मिलकर बना है, जो इसके अर्थ को और भी अधिक व्यापक बना देते हैं।

C – Commonly 

O – Operated 

M – Machine 

P – Particularly 

U – Used for 

T – Technical 

E – Education and 

R – Research Research 

अतः ‘कम्प्यूटर’ का तात्पर्य एक ऐसे यन्त्र से हैं, जिसका उपयोग गणना, प्रक्रिया, यान्त्रिकी, अनुसन्धान, शोध आदि कार्यों में किया जाता है। कम्प्यूटर, हार्डवेयर(Hardware) और सॉफ्टवेयर(Software) का संयोजन है, जो डेटा (Data) को सूचना (Information) में बदलता है।

लक्ष्य(Aim)

कम्प्यूटर और सूचना विज्ञान विभाग का लक्ष्य छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान के कुछ विशेष क्षेत्र में स्नातक प्रशिक्षण के लिए तैयार करना है, छात्रों को उद्योग, व्यवसाय या सरकार में नौकरियों के लिए तैयार करना और इंजीनियरिंग, गणित और अन्य क्षेत्रों में छात्रों के लिए सहायता पाठ्यक्रम(Courses) प्रदान करना है। कंप्यूटिंग कौशल की आवश्यकता है।

उद्देश्य(Purpose)

कम्प्यूटर और सूचना विज्ञान में एक प्रमुख के सफल समापन पर, छात्रों के लिए सक्षम हो जाएगा।

कम्प्यूटर का उपयोग करके समस्या को सुलझाने की तकनीक में दक्षता का प्रदर्शन।

कम से कम दो उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं और दो ऑपरेटिंग सिस्टम में दक्षता का प्रदर्शन।

जटिल समस्याओं और उन समस्याओं के समाधान के संश्लेषण के विश्लेषण में दक्षता का प्रदर्शन।

आधुनिक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग(Modern Software Engineering) सिद्धांतों का व्यापक प्रदर्शन।

कम्प्यूटर विज्ञान के अनुशासन में ज्ञान की गहराई और गहराई का प्रदर्शन करना है।


1.2 Computer and Latest IT gadgets (कंप्यूटर और नवीनतम आईटी गैजेट्स):-

1.2.1 Evolution of Computers & its applications (Evolution of Computers & its applications):-

कम्प्यूटर का विकास एवं पीढ़ियां

कम्प्यूटर के विकास का इतिहास लगभग 3000 साल पुराना है, और हम जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल आज करते है, उससे पहले कई अन्य उपकरणों का अविष्कार किया गया, जिन्होंने कंप्यूटर के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अबेकस (Abacus):- अबेकस का अविष्कार लगभग 3000 से 5000 वर्ष पूर्व चीन(China) में किया गया यह एक यांत्रिक डिवाइस है, जिसका उपयोग गणना करने के लिए किया जाता है|

पास्कल कैलकुलेटर (Pascal Calculator):- पास्कल कैलकुलेटर का अविष्कार ब्लेज पास्कल द्वारा 1665 ई. में किया गया, इसका उपयोग केवल जोड़ने तथा घटाने के लिए किया जाता था|

इस मशीन के ऊपर चक्रियाँ लगी होती थी जिसमे 0 से 9 तक के अंक लिखे होते थे, इस मशीन का नाम एडिंग मशीन (Adding Machine) के नाम से जाना जाता था।

जेकार्ड लूम (Jacquard’s Loom):- सन् 1801 में फ्रांसीसी बुनकर जेकार्ड  ने कपड़े बुनने की ऐसी मशीन का अविष्कार किया, जो कपड़ो में डिजाईन  या पैटर्न को कार्डबोर्ड(Cardboard) के छिद्रयुक्त पंचकार्डो से नियंत्रित करती थी|

बेबेज एनालिटिकल इंजन (Babbage Analytical Engine):- सन 1820 के आसपास ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बेबेज ने एक एनालिटिकल इंजन का अविष्कार किया जो आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना, इसी कारण चार्ल्स बेबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है|

हॉवर्ड आइकेन मार्क I (Howard Aiken Mark I):- हॉवर्ड आइकेन ने सन् 1944 में एक मशीन विकसित की जिसे हॉवर्ड आइकेन मार्क I कहा गया   यह विश्व का सबसे पहला “विधुत यांत्रिक कंप्यूटर” था|

ENIAC:- यह पहला पूर्ण रूप से इलेक्ट्रोनिक यन्त्र(Electronic Machine) था, जिससे गणना की जा सकती थी| इसका अविष्कार 1943-1950 के मध्य हुआ|

EDSAC:- यह पहला कंप्यूटर था, जो अपने अन्दर डाटा को सहेज कर रख सकता था|

कंप्यूटर की पीढ़ियां (Computer Generation)

पहली पीढ़ी के कम्प्यूटर (First Generation Computers) (1942 – 1955):- प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) या निर्वात ट्यूब का प्रयोग होता था। वैक्यूम ट्यूब का आकार बडा होने के कारण प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों का आकार बड़ा होता था। शुरूआत में इनमें मशीनी भाषा (Machine language) का प्रयोग किया जाता था और स्टोशरेज(ए के लिये पंच कार्ड (Punch Card) का प्रयोग किया जाता था, इनकी कार्य करने की गति धीमी थी। 1952 में असेम्बली भाषा (Assembly language) के अविष्कार हुआ और प्रोग्राम लिखना आसान हुआ।

दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर (Second Generation Computers) (1955 – 1964):- दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) की जगह ली ट्रांजिस्टरों(Transistor) ने, ट्रांजिस्टर अर्द्ध चालक धातु से बना होता है, ट्रांजिस्टर (Transistor) का आविष्कार 1947 में बेल लेबोरेट्रीज द्वारा किया गया था, ट्रांजिस्टर (Transistor) का आकार वैक्यूम ट्यूब (Vacuum tube) से कहीं छोटा था| ट्रांजिस्टर (Transistor) के आने से दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों का आकार छोटा गया, वहीं ये Computer अधिक तीव्र गति से कार्य करने में सक्षम थे। साथ ही दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में उर्जा की खपत भी बहुत कम होती थी। इसके अलावा पंच कार्ड (Punch Card) के स्थान पर मैग्नेटिक स्टोरेज डिवाइस का प्रयोग किया जाने लगा साथ ही दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं(H.L.L) BASIC, COBOL, FORTRAN आदि का विकास हुआ, साथ ही व्यवसाय में कंप्यूटरों का प्रयोग होने लगा|

तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर (Third Generation Computers) (1964 – 1975):- तीसरी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में ट्रांजिस्टर (Transistor) के स्थान पर एकीकृत परिपथ (integrated circuit) यानि आईसी का प्रयोग किया जाने लगा| शुरूआत मे SSI (Small Scale Integrator) और बाद मे MSI (medium Scale Integration) का प्रयोग होने लगा, जिसने कंप्यूटर आकार में छोटा और कम खर्चीला बना दिया, इन आईसी का आकार छोटा और चपटा था, जो आलू के चिप्स जैसा दिखाई देता था। हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की अलग-अलग बिक्री होने लगी, टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम (Time Sharing Operating System) का विकास हुआ।

चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटर (Fourth Generation Computers (1975 – 1989):- चौथी पीढ़ी के कम्प्यूटरों में चिप और माइक्रोप्रोसेसर(Microprocessor) का विकास हुआ और बडे पैमाने पर LSI (Large Scale Integrated Circuits) और VLSI (Very Large Scale Integrated Circuits) का प्रयोग होने लगा, व्यक्तिगत कंप्यूटर (Personal computer) का विकास हुआ, ऑपरेटिंग सिस्टम में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (Graphical user interface) के आने से कंम्यू्टर का प्रयोग बहुत सरल हो गया, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज(MS Windows) और एप्पल ऑपरेटिंग सिस्टम(Operating System) का विकास हुआ, उच्च  स्तरीय भाषा में C language का विकास हुआ।

पाचवीं पीढ़ी के कम्प्यूटर (Fifth Generation Computers) (1989 – अब तक):- पांचवी पीढ़ी के के कम्प्यूटरों में USLI (Ultra Large Scale Integrated Circuits) का प्रयोग किया जाने लगा, एक USLI चिप पर 1 करोड इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस(Electronic Devices) बनाये जा सकते हैं, ऑप्टिकल डिस्क जैसे सीडी, डीवीडी ने स्टोरेज के क्षेत्र में क्रांति ला दी, Internet, ईमेल(E-mail) का विकास हुआ, अब तक जिन कम्प्यूटरों के लिए बड़े-बड़े कमरों की आवश्यकता होती थी, वो अब टेबल पर रखे जाने लगे, ऑपरेटिंग सिस्टम का विकास हुआ, अब तो बडे आकार के मोनिट(Monitor) की जगह हल्केर फुल्कें एईडी ने ले ली है, लोग ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी सोशल मीडीया से रूबरू हुए हैं, साथ ही कृत्रिम बुद्धिमता (Artificial intelligence) पर काम चल रहा है, जीवन का शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र बचा है, जहां कि कम्प्यूटरों प्रयोग नहीं हो रहा हो। 

1.2.2 IT Gadgets and Their Applications (आईटी गैजेट और उनके अनुप्रयोग):- 

एक आईटी डिवाइस “सूचना और संचार प्रौद्योगिकी” के लिए प्रयोग होता है। यह एक व्यापक शब्द है,जो सभी उपलब्ध संचार उपकरणों जैसे कि टेलीविज़न सेट, सेल फ़ोन, पर्सनल कंप्यूटर, टैबलेट, आदि को कवर करता है। आईटी में इंटरनेट से जुड़े डिवाइस और वायरलेस तकनीक द्वारा समर्थित मोबाइल(Mobile) दोनों शामिल हैं। इसकी परिभाषा में उपकरणों जैसे- लैंडलाइन फोन(Landline Phone), वीडियो(Video) और प्रसारण टीवी(TV) शामिल हैं। आईसीटी डिवाइस व्यक्तियों और संगठनों (कंपनियों, सरकारों और शैक्षिक प्रतिष्ठानों) के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए अनुप्रयोगों के माध्यम से डिजिटल दुनिया में एक दूसरे के साथ संवाद करने की अनुमति देते हैं।

नवीनतम आईसीटी गैजेट्स(IT gadget) और उनके उपयोग में स्मार्टफोन, टैबलेट, डिजिटल टीवी और अन्य रोबोट आधारित तकनीक शामिल हैं।

हमारे दैनिक जीवन में आईटी के समावेश ने लगभग सभी चीजों को बदल दिया है । हम व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों स्तरों पर कैसे बातचीत करते हैं। हम उस तरह से अध्ययन नहीं करते जैसे हम करते थे, जैसे हम काम करते थे, अब वैसा नहीं है। आईसीटी डिवाइस हमारे जीवन में लगातार क्रांति ला रहे हैं, कंप्यूटर प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अब मानव द्वारा किए गए सैकड़ों कार्य करते हैं।

आईटी गैजेट्स की सूची(Lists of IT Gadgets)-

    • TV 

    • Mobile 

    • Laptop 

    • Tablet 

    • Desktop 

    • PDA 

    • GPS 

    • Telephone 

IT गैजेट्स के सभी प्राथमिक उपयोग:-

 वे बातचीत को आसान बनाते हैं

    आईसीटी का उपयोग डिजिटल दुनिया में व्यक्तिगत , एक – दुसरे के साथ संवाद स्थापित करने का के आसान व बेहतर साधन है। आप कभी भी अपने घर से बाहर निकले बिना किसी से भी बात कर सकते हैं । यह अविश्वसनीय है कि कुछ ही वर्षों में यह संभव हो पाया है कि आप दुनिया में किसी से भी जुड़ सकते हैं, चाहे वह कहीं भी हो। 

 वे कंपनियों को बढ़ने में मदद करते हैं

    व्यापार की दुनिया में , आईसीटी डिवाइस विभिन्न उद्यमों और व्यक्तियों के बीच अधिक सुलभ कनेक्शन(Connection) के लिए अनुमति देते हैं। वे डेटा भंडारण के नए तरीके के कारण कंपनियों को पैसे बचाने में मदद करते हैं, और ग्राहक सेवा में अत्यधिक सुधार हुआ है । 

 साधारण नागरिकों के रूप में 

    हम फोन पर बात करने या किसी को टेक्स्ट करने के लिए आईटी गैजेट्स(IT Gadgets) का उपयोग करने का आनंद ले सकते हैं। यदि हम इंटरनेट पर एक नज़र डालें , तो हम दर्जनों सोशल मीडिया वेबसाइटों और ऑनलाइन शॉपिंग जैसी सुविधाओं का लाभ ले सकते है। आप चित्र साझा कर सकते हैं , हजारों छवियां पा सकते हैं, और सबसे दिलचस्प लेख पढ़ सकते हैं। ये सभी चीजें सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के माध्यम से उपलब्ध हैं। वे हमारी प्रभावशीलता को बढ़ाते हैं आईसीटी उपकरणों की शुरूआत से पहले, संदेश या पत्र को अपने गंतव्य पर पहुंचने में दिन या सप्ताह लगते थे। कुछ जानकारी का पता लगाने के लिए पुस्तकालय में जाने के बजाय, अब हमारी सेवा में इंटरनेट(Internet) है। 

वे जगह को बचाने में मदद करते हैं

    प्रत्येक नया सेल फोन पिछले की तुलना में छोटा हो रहा है , टीवी सेट पतले हो गए हैं, और लैपटॉप कम और कम जगह लेते हैं। जैसा कि अधिकांश लोगों के पास रहने के लिए सीमित स्थान है, यह बहुत सराहनीय पहलू है।

 वे हमारा मनोरंजन करते हैं

  आईटी गैजेट्स की वर्तमान पीढ़ी के साथ , आपके पास चुनने के लिए मनोरंजन स्रोतों की एक विशाल विविधता है। आप अपने पीसी पर एक गेम खेल सकते हैं, टीवी(TV) पर एक शो देख सकते हैं, या सिर्फ YouTube पर सैकड़ों वीडियो में खुद को खो सकते हैं। आज के दिन और उम्र में, आपको फिर से ऊब महसूस करने की ज़रूरत नहीं है। 

निवेदन - हैलो दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको यह आर्टिकलजरूर पसंद आया होगा।अगर आपको ये आर्टिकल पसन्द आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook and other Social Media  आदि पर शेयर जरूर करिएगा। Thank you!
Previous
Next Post »

1 comments:

Write comments